मिशन होशियार: जिला पुलिस की ओर से खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए सब-डिवीजनल स्तर पर खेल प्रतियोगिताएं शुरू
मिशन होशियार: जिला पुलिस की ओर से खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए सब-डिवीजनल स्तर पर खेल प्रतियोगिताएं शुरू
राज्य सरकार के संपर्क कार्यक्रम के तहत नशा विरोधी जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से शुरू हुए खेल मुकाबले
पुलिस की ओर से नशे की समस्या से निपटने के लिए तीन-स्तरीय रणनीति: रोकथाम, प्रवर्तन और पुनर्वास पर जोर
होशियारपुर, 9 जनवरी: नशे की समस्या से निपटने के लिए हाल ही में शुरू किए गए मिशन 'होशियार' के बाद, जिला पुलिस द्वारा युवाओं को विभिन्न खेलों से जोड़ने और नशा विरोधी जागरूकता फैलाने के लिए आज सब-डिवीजनल खेल प्रतियोगिताओं की शुरुआत की गई।
इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए होशियारपुर के एस.एस.पी. सुरेंद्र लांबा ने बताया कि इन खेल प्रतियोगिताओं का उद्देश्य युवाओं में खेलों को प्रोत्साहित करना है ताकि उनकी ऊर्जा का सकारात्मक रूप से उपयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह प्रयास नशे के खिलाफ लड़ने के साथ-साथ इसका शिकार हो चुके व्यक्तियों को मुख्यधारा में लाने और नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए 'संपर्क' कार्यक्रम का हिस्सा है।
जिला पुलिस प्रमुख सुरेंद्र लांबा ने बताया कि इन खेल प्रतियोगिताओं में बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, फुटबॉल और एथलेटिक्स के खेल मुकाबले शामिल हैं जो सभी सात सब-डिवीजनों में होंगे, जहां 1,500 से अधिक युवा विभिन्न खेलों में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि खेलों को प्रोत्साहित करना नशे की इस लानत के खिलाफ एक मजबूत संदेश देगा। उन्होंने कहा कि युवा अपनी पसंदीदा खेलों में भाग लेकर न केवल अपने खेल कौशल को निखार सकते हैं बल्कि दूसरों के लिए प्रेरणा भी बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि सब-डिवीजन स्तर की खेलों के बाद, जिला स्तर का टूर्नामेंट आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन इवेंट्स में कुल 176 टीमें भाग ले रही हैं और विजेता टीमें आगे जिला स्तर के मुकाबलों में हिस्सा लेंगी।
सुरेंद्र लांबा ने कहा कि यह पहल जिला पुलिस द्वारा अपनी नशा विरोधी जागरूकता मुहिम के हिस्से के रूप में की जा रही है। उन्होंने बताया कि सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (एस.पी.), डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (डी.एस.पी.) और स्टेशन हाउस ऑफिसर (एस.एच.ओज.) को पहले ही अपने-अपने स्तर पर इन कार्यक्रमों के बारे में सूचित कर दिया गया है ताकि पारदर्शी और प्रभावी खेल मुकाबले सुनिश्चित किए जा सकें।
सुरेंद्र लांबा ने लोगों से नशे की समस्या के खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए नशा तस्करों के बारे में जानकारी प्रदान करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि जिला पुलिस विशेषज्ञों के सहयोग से जिला स्तरीय पुनर्वास केंद्र में तीन-स्तरीय रणनीति: रोकथाम, प्रवर्तन और पुनर्वास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को इस नेक काम में पुलिस की मदद के लिए आगे आना चाहिए ताकि युवाओं को नशे से दूर रखा जा सके और नशे की बिक्री और तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
उल्लेखनीय है कि पुलिस स्टेशन स्तर पर टीमों में गढ़शंकर और तलवाड़ा में छह-छह, माहिलपुर में 10, चब्बेवाल में आठ, मेहटियाना में 12, बुल्लोवाल और होशियारपुर शहर में 10-10, सदर थाने के तहत 32, मॉडल टाउन में 20, हरियाना में 12, गढ़दीवाला, मुकेरियां और हाजीपुर में आठ-आठ, टांडा में 14 और दसूहा में 12 टीमें शामिल हैं।
कैप्शन: एस.एस.पी. सुरेंद्र लांबा गांव छावनी कलां में खेल मुकाबले से पहले खिलाड़ियों के साथ परिचय करते हुए।