महिला सशक्तिकरन के लिए ज़िला प्रशासन की नई पहलकदमी
ज़िला लोक संपर्क दफ़्तर, जालंधर
महिला सशक्तिकरन के लिए ज़िला प्रशासन की नई पहलकदमी
डिप्टी कमिशनर ने जालंधर में लड़कियों के लिए सेल्फ डिफेंस और मुफ़्त कोचिंग क्लासों की शुरुआत की
कहा, प्रशिक्षण का उदेश्य लड़कियों को समय की चुणौतियों का सामना करने के सामर्थय बनाना
लड़कियों की भलाई और बेहतरी के लिए पंजाब सरकार की वचनबद्धता दोहराई
जालंधर, 13 नवंबर:
महिला सशक्तिकरन की दिशा में नई पहलकदमी करते हुए ज़िला प्रशासन ने आज जालंधर में लड़कियों के लिए सेल्फ डिफेंस और मुकाबले की परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुफ़्त कोचिंग क्लासों की शुरुआत की, जिसका आगाज डिप्टी कमिश्नर डा.हिमांशु अग्रवाल ने किया।
यहाँ सरकारी कन्या सीनियर सेकैंडरी स्कूल, नहरू गार्डन में सेल्फ-डिफेंस सम्बन्धित क्लासों की शुरुआत दौरान डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि आज इस स्कूल से लड़कियाँ को आत्म-रक्षा की ट्रेनिंग देने के लिए 15-15 दिन की क्लासें शुरू की जा रही है और आने वाले दिनों में ज़िले भर में इस प्रकार की क्लासों के द्वारा लड़कियाँ को समय की चुणौतियों का सामना करने के सामर्थय बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले बैच में 50 छात्राएँ सेल्फ-डिफेंस की ट्रेनिंग प्राप्त करेंगी।
डा. अग्रवाल ने कहा कि मौजूदा समय लड़कियों में सेल्फ-डिफेंस, आत्म-विश्वास होना बहुत ज़रूरी है, जिसके मद्देनज़र ज़िला प्रशासन ने इस प्रशिक्षण की शुरुआत की है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण दौरान विद्यार्थियों को सेल्फ डिफेंस के लिए किस प्रकार की तकनीक अपनानी चाहिए, ताकि किसी भी तरह की स्थिति का मुकाबला करते हुए सुरक्षित बचा जा सके, सम्बन्धित विस्तार के साथ प्रशिक्षण दिया जाएगा।
छात्राओं को जीवन में बुलन्दियों प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों की अपेक्षा कम नहीं है चाहे वह शिक्षा, खेल, प्रशासन, पुलिस, फ़ौज, राजनीति या कोई अन्य क्षेत्र हो, प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी सामर्थ्य, ताकत और निपुणता का लोहा मनवाया है। उन्होंने इस मौके लड़कियों को पूरी मेहनत और तनदेही के साथ प्रशिक्षण हासिल करने के लिए प्रेरित किया।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि आज ज़िला रोज़गार और कारोबार ब्यूरो में लड़कियों के लिए मुफ़्त कोचिंग क्लासों की शुरुआत की गई है, जहाँ 12 वीं उपरांत मुकाबलो की परीक्षायों की तैयारी के लिए लड़कियाँ को विशेज्ञयों द्वारा कोचिंग प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि पहले बैच में 30 लड़कियाँ मुफ़्त कोचिंग हासिल करेंगी और यह क्लासें तीन- तीन महीनें की होंगी।
डा. हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि ज़िला प्रशासन द्वारा लड़कियों की भलाई और बेहतरी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि इससे पहले लड़कियों में हीमोग्लोबिन के स्तर की जांच के लिए ज़िला प्रशासन ने अभियान की शुरुआत की है, जिसके अंतर्गत शाहकोट ब्लाक के 30 गाँवों में कैंप लगाए जा रहे है और आने वाले दिनों में पूरे ज़िले को इस अभियान के अंतर्गत कवर किया जाएगा ताकि लड़कियों में अनीमिया की रोकथाम की जा सके।
ज़िले में शुरू किए ‘ चेतना’ प्रोजैक्ट का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस उपराले के अंतर्गत ज़िले के अलग- अलग स्कूलों में ‘लाईफ़ सेविंग स्किल्ज़’ सम्बन्धित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिससे सेहत एमरजैंसी और हादसों में जाने वाली कीमती जान को बचाया जा सके।
लड़कियों के सर्वपक्क्षीय विकास के लिए उनको सुरक्षा, बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य सुविधाएं मुहैया करवाने की पंजाब सरकार की वचनबद्धता दोहराते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि ज़िला प्रशासन द्वारा बच्चियों के रौशन भविष्य के लिए कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने इस मौके ज़िला सामाजिक सुरक्षा, स्त्री और बाल विकास विभाग द्वारा दिए जा रहे सहयोग की भी प्रशंसा की।
इस दौरान उन्होंने खेल के क्षेत्र में प्राप्तियां हासिल करने वाली स्कूल की छात्राओं को मैडलों के साथ सम्मानित किया।
इससे पहले स्कूल पहुँचने पर छात्राओं के बैड ने डिप्टी कमिश्नर का स्नेहपूर्ण स्वागत किया, जिसकी डिप्टी कमिश्नर ने अपने संबोधन दौरान प्रशंसा भी की।
इस मौके ज़िला प्रोग्राम अधिकारी मनजिन्दर सिंह, ज़िला रोज़गार उत्पित, कौशल विकास एंव प्रशिक्षण ब्यूरो के डिप्टी डायरैक्टर नीलम महे, स्कूल के प्रिंसिपल गोहरीना, स्कूल का स्टाफ, छात्राएँ आदि भी मौजूद थे।