'सरकार तुहाडे द्वार' प्रोग्राम का उद्देश्य आम आदमी को सही मायने में अख्तियार देना- मुख्यमंत्री
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार के प्रमुख प्रोग्राम 'सरकार तुहाडे द्वार' का उद्देश्य नागरिक केंद्रित सेवाओं को लोगों के घरों तक पहुंचाने को यकीनी बना कर आम आदमी को सशक्त बनाना है।
शनिवार को यहां 'सरकार तुहाडे द्वार' कार्यक्रम के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कदम ने राज्य में पहली बार नौकरशाही को सीधे तौर पर लोगों के प्रति जवाबदेह बनाकर पूरी शासन प्रणाली में क्रांति ला दी है, जिससे लोगों को अधिक अख्तियार मिले है। उन्होंने कहा कि यह प्रोग्राम जहां शासन को लोगों के घर तक पहुंचाएगा और वही प्रशासन में संपूर्ण क्रांति लाएगा। भगवंत मान ने कहा कि यह कदम मानव संसाधन के अधिक से अधिक उपयोग के साथ-साथ विभिन्न कल्याणकारी प्रोग्रामो को समय पर लागू करने को सुनिश्चित बना कर एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि इस जन-हितैषी कदम से लोगों को बहुत लाभ होगा क्योंकि उन्हें सरकारी दफ्तरों में सेवाओं का लाभ उठाने के लिए इधर-उधर नहीं भागना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में पारदर्शी, प्रभावी और जवाबदेह प्रशासन मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार राज्य के प्राचीन गौरव को बहाल करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि वह दिन दूर नहीं जब राज्य सरकार के अथक प्रयासों से पंजाब देश का अग्रणी राज्य बनकर उभरेगा। भगवंत मान ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए 'रंगला पंजाब' बनाने के लिए उन्होंने पहले ही एक व्यापक योजना तैयार कर ली गई है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले शासक अपने कार्यकाल के दौरान कभी भी अपने आलीशान महलों से बाहर नहीं निकले पर वह शांति, प्रगति और समृद्धि के नए युग की शुरूआत करने के लिए राज्य के कोने-कोने में घूम रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास और समृद्धि को और बढ़ावा देने के लिए यह रफ्तरा आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी। भगवंत मान ने कहा कि इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे है और यह नेक काम लोगों के सहयोग के बिना नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि देश भर में 'सरकार तुहाडे द्वार' प्रोग्राम का कोई अन्य उदाहरण नहीं है क्योंकि कोई भी राज्य सरकार लोगों के घरों में जाने और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए इतना समय देने की जहमत नहीं उठाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम लोगों की समस्याओं के तत्काल समाधान के साथ-साथ सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों के प्रदर्शन को परखने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि लोगों के लिए उनके रोजाना कार्य आसान बनाकर उनके लिए बढिया प्रशासन सुनिश्चित करना समय की मांग है और इससे जमीनी हकीकत जानने और कार्यालयों के कामकाज में सुधार करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के शासन दौरान पनपे माफिया की रीड की हड्डी तोड़ने के लिए हमारी सरकार ने बड़ी पहलकदमिया की है। राज्य सरकार ऐतिहासिक पहल कर आम लोगों की सुविधा के लिए अथक प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने हर बिल पर लोगों को 600 यूनिट मुफ्त बिजली दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य भर में 'स्कूल ऑफ एमिनेंस' स्थापित किए जा रहे है। लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए आम आदमी क्लीनिक की स्थापित किए गए है। उन्होंने कहा कि योग्यता के आधार पर 29000 से अधिक सरकारी नौकरियां युवाओं को दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि वे एक आम परिवार से संबंध रखते है और पूरी तरह से जमीन से जुड़े हुए है, इसलिए समाज के विभिन्न वर्गों की समस्याओं से वे अच्छी तरह वाकिफ है। उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा और राज्य सरकार उनकी हर मुश्किल के हल के लिए उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब की प्रगति और यहां के लोगों की भलाई के लिए वचनबद्ध है।