बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए वरदान साबित होगा 'मिशन एक्सीलेंस': जतिंदर जोरवाल
कार्यालय जिला जनसंपर्क अधिकारी, संगरूर
बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए वरदान साबित होगा 'मिशन एक्सीलेंस': जतिंदर जोरवाल
मॉक टेस्ट के परिणामों में छात्रों की खूबियाँ और कमजोरियों की समीक्षा
शिक्षकों और अभिभावकों को छात्रों के लिए बढ़िया वातावरण प्रदान करने की अपील
संगरूर, 1 फरवरी:
जिले के सरकारी स्कूलों में बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे 8वीं, 10वीं और 12वीं के छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन में बड़ा सुधार सुनिश्चित करने में 'मिशन एक्सीलेंस ' एक वरदान साबित होगा और यह तभी संभव है जब इन छात्रों के शिक्षक और अभिभावक समाजिक और पारिवारिक स्तर पर सभी पहलुओं में शिक्षा के लिए इन छात्रों को बढ़िया वातावरण प्रदान करें। यह बात डिप्टी कमिश्नर जतिंदर जोरवाल ने आज जिला प्रशासनिक परिसर में 'मिशन एक्सीलेंस' को सफल बनाने के लिए काम कर रहे शिक्षा विभाग के अधिकारियों, स्कूल प्रिंसिपलों और शिक्षकों के साथ 'मॉक टेस्ट' में बच्चों के प्रदर्शन पर एक समीक्षा बैठक के दौरान व्यक्त की। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इन मॉक टेस्ट के दौरान छात्रों की विषयगत खूबियाँ और कमजोरियां सामने आई हैं, जिससे इन छात्रों को निरंतर प्रोत्साहन की आवश्यकता है ताकि वे बोर्ड की फाइनल परीक्षाओं में इन गलतियों को न दोहराएं।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इस बार बोर्ड परीक्षाओं में जिला संगरूर के सरकारी स्कूलों के अधिक से अधिक विद्यार्थियों का नाम मैरिट सूची में दर्ज करवाने के उद्देश्य से शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और तेज करने की जरूरत है ताकि ये छात्र कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ-साथ शिक्षकों के सर्वोत्तम मार्गदर्शन से अपना सुनहरा भविष्य साकार कर सकें।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि संबंधित स्कूल के शिक्षकों को इन प्रतिभाशाली बच्चों के माता-पिता के साथ लगातार संपर्क में रहना चाहिए ताकि छात्र बोर्ड परीक्षा के इस कीमती समय के दौरान अनावश्यक सामाजिक और पारिवारिक गतिविधियों से दूर रहकर पढ़ाई कर सकें। उन्होंने कहा कि इस समय के सदुपयोग के साथ-साथ उन्हें तनाव से दूर रखने के लिए विद्यार्थियों से बात करना, परामर्श देना तथा फीडबैक लेने जैसी गतिविधियाँ भी जारी रखनी चाहिए ताकि वे हर प्रकार के भय या चिंता से मुक्त हो सकें। उन्होंने कहा कि छात्रों को यह एहसास होना चाहिए कि उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण हमारे लिए विशेष महत्व रखता है और परीक्षाओं में उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से 'मिशन एक्सीलेंस' के प्रयासों में सफलता मिलेगी।
इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर वरजीत वालिया, जिला शिक्षा अधिकारी मेवा सिंह, उप जिला शिक्षा अधिकारी प्रीतिंदर घई, मिशन समन्वयक हरप्रीत सिंह और विभिन्न सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल और शिक्षक भी उपस्थित थे।